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ANTI PI - आयुर्वेदिक बवासीर निवारण समाधान
Piles - बवासीर/ भगन्दर (पाइल्स) : वयस्क हो या वृद्ध आजकल हमारे खान पान की वजह से इस समस्या से काफी लोग ग्रस्त हैं ! अगर समस्या ज्यादा लंबे वक़्त से हो तो यह भगन्दर बन जाती है ! इसे फिस्टुला (Fistula) भी कहते हैं !
इसके लक्षणों को कभी नजरंदाज ना करें ना ही शर्म या झिझक महसूस करें ! यह समस्या किसी को भी हो सकती है !
इसके लक्षण हैं गुदा के पास या अंदर तेज दर्द, खुजली और सूजन,
शौच के वक़्त म्यूकस निकलना इसमें दर्द रहता है, तथा खून भी आ सकता है।
ठीक ढंग से चलने फिरने और बैठने मे तकलीफ होना
इसमें असहाय जलन एवं पीड़ा होती है। बादी बवासीर में पेट में कब्ज बन जाती है और पेट हमेशा ही खराब रहता है।
यह बीमारी 35 साल से 65 साल के लोगों में काफी आम है !
जिसका परमानेंट ईलाज आप घर पर ऑर्डर करके मंगवा सकते हैं ! इसका पूरा कौर्स 7 दिन का है ।
अगर समस्या काफी लंबी और ज्यादा है या परहेज पूरे नहीं कर पा रहे तो दवा दोबारा लेनी पड़ सकती है !
मात्रा : इस दवा की 7 अलग-अलग पुडिया बना लें, रोज़ाना सुबह खाली पेट एक पुडिया सादे पानी के साथ लें !
दवा लेने के एक घंटे तक कुछ ना खाएं पीयें ! इस दवा से अगर उल्टी या बैचनी हो रही हो तो साथ मे एक या 2 चम्मच शहद ले सकते हो !
परहेज़ : इसमें आपको चाय, कॉफ़ी, तली हुई चीजों, लाल मिर्च, ज्यादा मसालेदार, अधिक मीठा, गर्म चीज़ें, शराब, मांस, खटाई, नींबू, चटनी, मौसमी, अचार वगैराह के 🚫 परहेज रहेंगे ! दही और लस्सी आपको जरुर लेनी है !
आयु वर्ग : इस दवा को 15 से लेकर 90 वर्ष तक की आयु में कोई भी स्त्री-पुरुष ले सकते हैं !
ध्यान दें ! हमारी समस्त दवाएं अपने प्रभाव और परिणाम से आयुर्वेद की कसोटियों पे परिपूर्ण हैं, जिनके नियमित व उचित मात्रा में उपयोग से शरीर में किसी प्रकार का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है ! दवा के इस्तेमाल से पहले उसके सेवन कि विधि, मात्रा और परहेज़ एक बार ध्यान से पढ़ लें !
इसके अलावा अगर कोई प्रॉब्लम हो तो आप कॉल कर सकते हैं 9873033339 पर ।