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Panch Bati
पञ्च-बटी तुरंत प्रभावकारी वटी है, यह वात–पित्त–कफ त्रिदोष से उत्पन्न सभी प्रकार के रोगों का नाश करती है।
इसके साथ-साथ पञ्च-बटी पौरुष शक्ति बढ़ाने, ह्रदय संबंधी कई रोगों में, शुक्राणु विकार व शरीर में बल प्रदान करती है।
यह औषध शारीरिक एवं मानसिक दुर्बलता को मिटा कर शरीर में नवीन शक्ति एवं स्फूर्ति को उत्पन्न करती है.
इसके अतिरिक्त श्वांस, फेफड़ों के रोग, राजयक्ष्मा, उर:क्षत, नाडी क्षीणता, शीतांग, आदि रोगों में इस औषध का सफल प्रयोग होता है.
शरीर में किसी भी कारण वश खून की कमी हो जाए तो इसके सेवन से अमृत के समान लाभ होता है. बालक, वृद्ध, युवा, स्त्री, पुरुष सबके लिए समान रूप से लाभकारी है. शीतकाल में इसका निरंतर सेवन किया जा सकता है !
मात्रा
1 टेबलेट रोज़ाना शाम को खाना खाने के बाद गर्म दूध में शक्कर मिलाकर या मधु (शहद), मक्खन-मिश्री या मलाई-मिश्री के साथ !परहेज़
ज्यादा तले, खटाई वाले व मिर्च-मसालेदार पदार्थ न खाएं !आयु वर्ग
इस दवा को 15 से लेकर 90 वर्ष तक कि आयु में कोई भी स्त्री-पुरुष ले सकते हैं !हिदायतें
महिलाओं में प्रग्नेंसी के वक़्त या स्त्री-पुरुष किसी भी प्रकार के शारीरिक ऑपरेशन के तीन महीने तक इस दवा का सेवन ना करें !
ध्यान दे ! हमारी समस्त दवाएं अपने प्रभाव और परिणाम से आयुर्वेद की कसोटियों पे परिपूर्ण हैं, जिनके नियमित व उचित मात्रा में उपयोग से शरीर में किसी प्रकार का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है ! दवा के इस्तेमाल से पहले उसके सेवन कि विधि, मात्र और परहेज़ एक बार ध्यान से पढ़ लें !